अगर आप अस्थमेटिक हैं तो आपको ये घरेलु उपाय ज़रूर पता होने चाहिए. श्वांस का दौरा अर्थात अस्थमा का अटैक जानलेवा हो सकता है, अगर दौरा आने पर तुरंत इन उपायों में से जितने उपाय हो सके कर लें तो दौरा तुरंत शांत हो सकता है।
1. श्वांस का दौरा होते ही मरीज को चाहिए कि जिस तरह आराम और सुभीता मालूम हो उसी तरह उसे पलंग या बिछौने वगैरह पर अच्छी तरह बिठाएं पर इस बात पर विशेष ध्यान रहे कि रोगी के कमरे में हवा का आना जाना बंद ना हो।
2. रोगी जितना सह सके उतने गर्म जल में एक कपड़ा या फलालैन का टुकड़ा भिगोकर उसमें 10 15 मिनट तक रोगी की छाती को सेकें, या थोड़ा सा सेंधा नमक गाय के घी में खूब महीन पीसकर रोगी की छाती के बीच से गले तक मले।
3. रोगी जितना सह सके उतना गर्म जल एक चौड़े और गहरे बर्तन में भर कर उसमें रोगी के दोनों पैर रखवाए, इस उपाय से श्वास का ज़ोर फौरन घट जाता है।
4. दस 15 बिना बीज के मुनक्के कुचलकर आधा पाव दूध और आधा पाव पानी में औटायें। जब पानी जल जाए अर्थात सिर्फ आधा पाव मिश्रण बच जाए तब इस को अच्छे से मलकर छान लीजिए फिर उसमें 4 – 5 काली मिर्च का चूर्ण और 10 ग्राम मिश्री मिलाकर गरमा गरम ही थोड़ा-थोड़ा करके तीन-चार बार में धीरे-धीरे पी ले।
5. 5 – 7 बादामों की गिरी पानी में पीसकर कपड़े में छान लो और आग पर खूब औटा लो इसको थोड़ा थोड़ा करके रोगी को पिलाएं।
6. अंगूर का रस 30 – 40 ग्राम निकालकर थोड़ा गर्म करें और रोगी को पिलाएं।
7. रोगी को केवल गरम दूध या गर्म पानी ही पिलाएं, दूध गाय का होना चाहिए वह भी देसी। इन उपायों से कफ पतला होगा और श्वास का वेग घट जाएगा।
8. श्वास का दौरा आने पर रोगी को द्राक्षा अवलेह चटाओ।
9. कफ़ अधिक होने के कारण अगर श्वांस का दौरा आया हो तो 50 ग्राम अदरक का रस और 50 ग्राम शहद मिलाकर धीरे धीरे चटाएं।
No comments:
Post a Comment