vआवश्यकता से अधिक भोजन करने से या अनियमित दिनचर्या व आलसी जीवन शैली से मोटापा बढ़ता है। मोटापे के कारण कई तरह की बीमारियां शरीर को घेर सकती हैं। अधिकांश लोग जब शुरुआत में मोटापा बढ़ता है, तो उस पर ध्यान नहीं देते हैं। लेकिन जब मोटापा बहुत अधिक बढ़ जाता है तो उसे घटाने के लिए घंटो पसीना बहाते रहते हैं। मोटापा घटाने के लिए भोजन शैली में सुधार जरूरी है। कुछ प्राकृतिक चीजे ऐसी हैं जिनके सेवन से वजन नियंत्रित रहता है।
- शराब और दूध निर्मित पदार्थ का उपयोग न करें।
- अदरक को व नींबु को काटकर दोनों पानी में ऊबालें ठंडा कर पीएं।
- रोज पोन किलो फल और सब्जी का उपयोग करें।
- ज्यादा कर्बोहाइड्रेट वाली वस्तुओं का परहेज करें।शक्कर,आलू,और चावल में अधिक कार्बोहाईड्रेट होता है। ये चर्बी बढ़ाते हैं।
- केवल गेहूं के आटे की रोटी की बजाय गेहूं सोयाबीन,चने के मिश्रित आटे की रोटी ज्यादा फायदेमंद है।
- भोजन मे ज्यादा रेशे वाले पदार्थ शामिल करें। हरी सब्जियों ,फलों में अधिक रेशा होता है।
- फलों को छिलके सहित खाएं। आलू का छिलका न निकालें।
- चम्मच शहद आधा चम्मच नींबू का रस गरम जल में मिलाकर लेते रहने से शरीर की अतिरिक्त चर्बी नष्ट होती है। यह दिन में 3 बार लेना चाहिए।
- पत्ता गोभी में चर्बी घटाने के गुण होते हैं। इससे शरीर का मेटाबोलिज्म ताकतवर बनता है।
- पुदीना रस एक चम्मच 2 चम्मच शहद में मिलाकर लेते रहने से मोटापा कम होता है।
- सुबह उठते ही 250 ग्राम टमाटर का रस 2-3 महीने तक पीने से शरीर की वसा में कमी होती है।
- गाजर का रस मोटापा कम करने में उपयोगी है। करीब 300 ग्राम गाजर का रस दिन में किसी भी समय लें।
- दिन भर में कम से कम 20 गिलास पानी पीएं।
- कम कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों का उपयोग करें।
- नींबू, जामफल, अंगूर, सेवफल, खरबूज, जामुन, पपीता आम, संतरा, पाइनेपल, टमाटर, तरबूज, स्ट्राबेरी आदि को भोजन में शामिल करें।
- पत्ता गोभी, फूल गोभी, ब्रोकोली, प्याज, मूली , पालक, शलजम, सौंफ, लहसुन आदि का ज्यादा सेवन करें।
- कम नमक,कम शकर आदि का उपयोग करें।
- अधिक वसा युक्त भोजन पदार्थ से परहेज करें।
- तली गली चीजें इस्तेमाल करने से चर्बी बढती है। वनस्पति घी हानिकारक है।
- सूखे मेवे ,अलसी के बीज,ओलिव आईल में उच्चकोटि की वसा होती है। इनका संतुलित उपयोग करें।
यह ब्लॉग मैंने अपनी रूची के अनुसार बनाया है इसमें जो भी सामग्री दी जा रही है वह मेरी अपनी नहीं है कहीं न कहीं से ली गई है। अगर आपको कोई परेशानी हो तो मुझे अगवत कराये.उस लेख को तुरंत हटा दिया जाएगा. मेरा उद्देश सिर्फ लोगो तक जानकरी पहुचाना है. अगर किसी के कॉपी राइट का उल्लघन होता है तो मुझे क्षमा करें।
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Tuesday, April 5, 2016
कुछ तरीके ऐसे, जो बिना मेहनत और एक्सरसाइज टमी गायब कर देंगे
निम्बू के उपयोग
नीबू के उपयोग से स्किन
प्रॉब्लम्स, चेहरा चमकने लगेगा
त्वचा के रंग रूप निखारने में नींबू बहुत उपयोगी होता है। आयुर्वेद में माना गया है कि नींबू के रोजाना प्रयोग से त्वचा गौरी-गौरी हो जाती है।अगर आप अपने स्कीन प्राब्लम्स से परेशान हैं तो घबराइये नहीं कुछ आसान आयुर्वेद नुस्खे ऐसे हैं जिनसे आपकी स्कीन प्राब्लम्स दूर हो सकती हैं।
-नहाने के पानी में नींबू निचोड़कर स्नान करने और स्नान से पहले नींबू काट कर शरीर पर मलने से त्वचा का रंग साफ होता है।
- नींबू और संतरे के छिलके सुखा कर महीन पीस लें। इस पाउडर में दूध डाल कर गाढ़ा लेप बनाकर चेहरे या पूरे शरीर पर मलें तो मुंहासों और झाइयों के दाग मिटते हैं। पूरे शरीर पर उबटन करें तो त्वचा का रंग साफ और चमकदार होता है। त्वचा रेशम सी चिकनी हो जाती है।
-शहद में नींबू निचोड़कर चेहरे पर लगा कर मलें और थोड़ी देर बाद धो डालें।
- नींबू के रस में तुलसी के पत्ते पीस लें। चेहरे पर लेप मलें। सूख जाने पर धो डालें।
- नींबू का रस, बेसन, शहद और मैदा चारों 1-1चम्मच लेकर थोड़े से पानी के साथ फेंट कर लेंप बना लें। चेहरे पर खूब अच्छी तरह मलें। निरंतर कुछ दिन प्रयोग करने से चेहरे के अनावश्यक बाल हट जाते हैं।
- नाखूनों पर नींबू रगडऩे से नाखून चमकदार और सवस्थ रहते हैं।
- नींबू का रस, जौ, बाजरी और चावल का आटा तथा हल्दी-पांचों 1-1चम्मच लेकर मिला लें। जरा सा जैतुन का तेल मिला कर गाढ़ा उबटन बना कर चेहरे और पूरे शरीर पर लगा कर मसलें। थोड़ी देर बाद धो लें या नहा ले। बहुत ही रंग साफ करने वाला ये उबटन बेजोड़ है।
Sunday, April 3, 2016
मसूर की दाल पालक
सामग्री :-
1) ½ कप धुली मसूर की दाल
2) 1 कप बारीक कटी हुई पालक
3) 2 छोटे चम्मच तेल
4) 1 छोटा चम्मच जीरा
5) 1 छोटा चम्मच पिसी खटाई
6) ½ छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
7) 1 बड़ा चम्मच अदरक लहसुन, हरी मिर्च का पेस्ट
8) ½ कप बारीक कटा हुआ प्याज़
9) ½ कप बारीक कटा हुआ टमाटर
10) 1 बड़ा चम्मच बारीक कटा हुआ हरा धनिया
विधि :-
1. मसूर दाल को धोकर 1 कप पानी के साथ कुकर में दो सीटी आने तक पका ले. फिर गैस बंद करके कुकर को ठंडा होने दे.
2. एक कढाई में तेल डाल के गरम करे, जीरा डाल के चटकने दे. फिर प्याज़ डाल के सुनहरा होने तक भूने, अदरक, लहसुन, और हरी मिर्च का पेस्ट डाल के कुछ देर और भुने, टमाटर और पालक डाल के कुछ देर भुने फिर उबली हुई दाल, हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, नमक, पिसी खटाई डाल के उबलने दे. अगर दाल बहुत गाढ़ी लगे तो आधा कप पानी मिला के उबलने दे.
3. हरी धनिया डाल के गरम दाल रोटी और चावल के साथ परोसे.
ग्रीन चिल्ली सास
सामग्री : -
1. मोटी वाली हरी मिर्च (कम तीखी)- 100 ग्राम
2. पतली छोटी हरी मिर्च (तीखी वाली) - 100 ग्राम
3. सिरका - 3/4 कप
4. जीरा - 2 छोटे चम्मच
5. अदरक - 2 इंच टुकड़ा
6. नमक - 2 छोटे चम्मच (स्वादानुसार)
7. हींग - 2-3 पिंच (पिसी हुई 1/4 छोटी चम्मच)
8. तेल - 2-3 टेबल स्पून
विधि :-
1. हरी मिर्च को अच्छी तरह धोकर पानी सूखने तक सुखा लीजिये, डंठल तोड़ कर अलग कर दीजिये. अब मिर्च को बड़े बड़े टुकड़े में काट लीजिये. अदरक धोकर छील कर टुकड़ों में काट लीजिये.
2. पैन में तेल डालकर गरम कीजिये, जीरा डालिये, जीरा भुनने पर हींग डालिये और हल्का सा भूनिये और कटे हुये हरी मिर्च और अदरक डालकर 1 मिनिट चलाते हुये भून लीजिये, नमक भी डालकर मिला दीजिये.
3. आधा कप पानी डालिये और धीमी आग पर ढककर 5-6 मिनिट तक पकने दीजिये. ढक्कन को खोलकर मिर्च को चमचे चला दीजिये और फिर से ढककर 5-6 मिनिट धीमी आग पर ही पकने दीजिये. मिर्च को 12-15 पकने के बाद, हरी मिर्च नरम हो गई हैं, अगर इनमें पानी दिखाई दे रहा तो खुले में तेज आग करके पानी को जलने तक पका लीजिये.
4. पकी हुई मिर्च को मिक्सर जार में डालिये और जितना सिरका पीसने के लिये जरूरी हो उतना सिरका मिला कर बारीक पीस लीजिये. बचे हुये सिरके को भी पिसी मिर्च में डालकर मिला दीजिये. तीखा तीखा चिल्ली सास तैयार है, चिल्ली सास को कन्टेनर में भर कर 2-3 महिने तक और फ्रिज में रखकर 6 महिने तक प्रयोग किया जा सकता है इसकी शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिये आप इसमें आधा छोटी चम्मच एसीटिक एसिड मिला सकते हैं.
लौकी के कोफ्ते
सामग्री
कद्दूकस की हुई लौकी-60 ग्राम, उबले हुए आलू-तीन, नमक-स्वादानुसार, हरा धनिया -हरी मिर्ची-अदरक का पेस्ट- एक बड़ा चम्मच, नींबू का रस-एक छोटा चम्मच, इमली की चटनी-एक छोटा चम्मच, दही बंधा हुआ-100 ग्राम, तेल-150 ग्राम, लाल मिर्च पाउडर-1/2 छोटा चम्मच, हरे धनिए की चटनी-एक छोटा चम्मच, बेसन-एक बड़ा चम्मच, चाट मसाला-एक छोटा चम्मच, जीरा-1/2 छोटा चम्मच, कॉर्न फ्लोर-एक बड़ा चम्मच, अनारदाना-एक बड़ा चम्मच, टमाटर सॉस-एक बड़ा चम्मच।
यूं बनाएं
कड़ाही में तेल गरम कर जीरे को तड़का लें। हरा धनिया-हरी मिर्ची-अदरक का पेस्ट, आलू, लौकी, बेसन डालकर सुनहरा होने तक पका ले। सारे मसाले डालकर अच्छी तरह से पका लें। तैयार मसाले को ठंडा कर उसकी नींबू के आकार की गोलियां बना लें। सभी कोफ्ते कॉर्न फ्लोर के घोल में डुबाएं। कुछ समय के लिए सूखने रख दें। कड़ाही में तेल गर्म कर सभी कोफ्ते सुनहरे होने तक तल लें। लौकी के कोफ्ते पर दही, इमली-हरे धनिए की, चटनी, टमाटर सॉस डालकर सर्व करें।
पनीर टिक्का
सामग्री :
1/2 कप गाढ़ा दही, 200 ग्राम पनीर, टमाटर, 1 आलू (उबला), 1 कप हरा धनिया, 1 शिमला मिर्च, 1 2-3 हरीमिर्च, 1/2 टी स्पून कटा अदरक, 1/2 नींबू, मक्खन आवश्यकतानुसार, स्वादानुसार सेंधा नमक।
विधि :
सबसे पहले आलू, टमाटर एवं शिमला मिर्च को चौकोर टुकड़ों में काट लें। अब पनीर को भी मोटे चौकोनी टुकड़ों में काटें। अब हरा धनिया, हरीमिर्च एवं अदरक को पीसकर पेस्ट बनाएं। इसमें दही, नमक, नींबू का रस मिलाएं।
अब इसमें पनीर एवं सब्जियां मिलाकर 1/2 घंटे फ्रीज में रखें। अब सींको में क्रमशः पनीर, शिमला मिर्च, टमाटर एवं आलू के टुकड़े पिरोएं। ऊपर से मक्खन लगाकर इसे गर्म ओवन में सेंक लें। तैयार है गर्मागर्म सर्व करने के लिए लाजवाब फलाहारी पनीर टिक्का।