Thursday, May 4, 2017

अस्थमैटिक व्यक्ति के लिये घरेलू उपाय।

अगर आप अस्थमेटिक हैं तो आपको ये घरेलु उपाय ज़रूर पता होने चाहिए. श्वांस का दौरा अर्थात अस्थमा का अटैक जानलेवा हो सकता है, अगर दौरा आने पर तुरंत इन उपायों में से जितने उपाय हो सके कर लें तो दौरा तुरंत शांत हो सकता है।

1. श्वांस का दौरा होते ही मरीज को चाहिए कि जिस तरह आराम और सुभीता मालूम हो उसी तरह उसे पलंग या बिछौने वगैरह पर अच्छी तरह बिठाएं पर इस बात पर विशेष ध्यान रहे कि रोगी के कमरे में हवा का आना जाना बंद ना हो।

2. रोगी जितना सह सके उतने गर्म जल में एक कपड़ा या फलालैन का टुकड़ा भिगोकर उसमें 10 15 मिनट तक रोगी की छाती को सेकें, या थोड़ा सा सेंधा नमक गाय के घी में खूब महीन पीसकर रोगी की छाती के बीच से गले तक मले।

3. रोगी जितना सह सके उतना गर्म जल एक चौड़े और गहरे बर्तन में भर कर उसमें रोगी के दोनों पैर रखवाए, इस उपाय से श्वास का ज़ोर फौरन घट जाता है।

4. दस 15 बिना बीज के मुनक्के कुचलकर आधा पाव दूध और आधा पाव पानी में औटायें। जब पानी जल जाए अर्थात सिर्फ आधा पाव मिश्रण बच जाए तब इस को अच्छे से मलकर छान लीजिए फिर उसमें 4 – 5 काली मिर्च का चूर्ण और 10 ग्राम मिश्री मिलाकर गरमा गरम ही थोड़ा-थोड़ा करके तीन-चार बार में धीरे-धीरे पी ले।

5. 5 – 7 बादामों की गिरी पानी में पीसकर कपड़े में छान लो और आग पर खूब औटा लो इसको थोड़ा थोड़ा करके रोगी को पिलाएं।

6. अंगूर का रस 30 – 40 ग्राम निकालकर थोड़ा गर्म करें और रोगी को पिलाएं।

7. रोगी को केवल गरम दूध या गर्म पानी ही पिलाएं, दूध गाय का होना चाहिए वह भी देसी। इन उपायों से कफ पतला होगा और श्वास का वेग घट जाएगा।

8. श्वास का दौरा आने पर रोगी को द्राक्षा अवलेह चटाओ।

9. कफ़ अधिक होने के कारण अगर श्वांस का दौरा आया हो तो 50 ग्राम अदरक का रस और 50 ग्राम शहद मिलाकर धीरे धीरे चटाएं।

Tuesday, May 2, 2017

झटपट अाटा केक बनाने की विधि

सामग्री
1 ¾ कप अाटा
1 कप शक्कर
¾ कप तेल
1 कप दही
1 छोटा चम्मच मीठा सोडा
8 छोटे चम्मच कोको पावडर
1 चम्मच बेनिला एेसेंस
1 बडा चम्मच दूध
अाईिसग के लिये सामग्री
2 1/2 चम्मच कोकों पावडर
4 बड़े चम्मच अाईिसग चीनी
3 चम्मच पानी
3 बूँद बेनिला एेसेंस
विधि
सबसे पहले तेल, चीनी व दही को एक बाउल में डाल कर एक दिशा में घुमाते हुए गाढा होने तक चलाएं।
आटा, सोडा, कोको पाउडर मिला कर दो बार छान लें। इसे भी एक दिशा में चलाते हुए दही के मिश्रण में मिलाएं।
बेनिला एसेंस व दूध मिला कर फिर मिलाएं। जिस बरतन में केक बना रहे पहले उसमे घी / तेल लगा कर रख लें फिर तैयार मिश्रण को उस बेकिंग डिश में डाल कर एक सार कर लें व माइक्रोवेव अवन में 4 मिनट पकाएं। चार मिनट पकने के बाद थोडा अौर वही रहने फिर बाहर निकालें।
एक चाकू की सहायता से देख लें कि केक पका है कि नही अगर चाक़ू पर केक चिपकेगा तो समझिये कि केक को थोडा अौर पकाना है।
आइसिंग के लिए सारी सामग्री को मिला कर एक पेस्ट बना लें।
केक के ठंडा होने पर निकाल कर उसके उपर आइसिंग करके सजा दें।

Wednesday, April 26, 2017

बिना तेल वाला आम का अचार।

आवश्यक सामग्री
1 किलो कच्चे आम
आधा कप से थोड़ा-सा कम नमक
2 बड़े चम्मच सौंफ
1 बड़ा चम्मच मेथी दाना
आधा कप सिरका
2 बड़े चम्मच हल्दी पाउडर
2 बड़े चम्मच लाल मिर्च पाउडर
आधा छोटा चम्मच हींग
विधि
- आमों को अच्छी तरह धो लें और उनका पानी सूखने पर उनका डंठल काटकर निकाल दें.
- इसके बाद अब आम बिना छीले ही छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें.
- पैन को गैस पर रख कर गर्म करें. फिर इसमें मेथी दाना और सौंफ डालकर हल्का-सा भून लें, ताकि इनकी नमी खत्म हो जाए.
- मसाले भुन जाने पर गैस बंद कर दें और मसालों को प्लेट में निकाल कर ठंडा होने दें.
- जब मसाले ठंडे हो जाएं तो इन्हें दरदरा पीस लें, अब कटे हुए आम के टुकड़ों में पिसा दरदरा मसाला, नमक, हींग, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और सिरका डाल कर अच्छी तरह मिला लें.
- जिस बर्तन में अचार डालना है उसे पहले से ही धूप में सुखा लें.
- इस बर्तन में अचार भरकर धूप में रख दें.
- एक सप्ताह के बाद अचार खाने लायक हो जाएगा. इसे रोज एक बार चम्मच से ऊपर-नीचे करते हुए अच्छी तरह से जरूर मिलाएं. ऐसा करने से मसाला अच्छी तरह अचार में मिक्स हो जाएगा.
नोट-
- अचार कांच या फिर चीनी मिर्टी की बर्नी में ही डालें.
- प्लास्टिक के बर्तन में अचार डालकर सुखाने से इसमें फंगस लग सकता है.

Sunday, April 23, 2017

चिली सॉस बनाने की विधि -

सामग्री-
1 किलो हरी मिर्च- धुली और कटी हुई
2 कप सफेद सिरका (450 द्वद्य)
250 ग्राम नमक
2 चमच्च तेल
1 चम्मच सोडियम बेंजोएट- 2 चमच्च उबले पानी में भिगोया हुआ।
विधि –
एक ब़डे से कटोरे में नमक और सिरका मिलाएं।

फिर उसमें हरी मिर्च डाल कर लगभग 1 घंटे तक डुबो कर रखें, जिससे वह अच्छे प्रकार से मैरीनेट हो जाए।

अब इसी मिश्रण को तेज आंच पर उबालें और हल्का सा गाढा होने दें।

अब इसे आंच से उतारें और इसमें सोडियम बेंजोएट मिक्स करें।

फिर इसे साफ एयर टाइट जार में भर कर रखें और प्रयोग करें।

Saturday, April 15, 2017

शनिवार को मात्र तुलसी के पत्तो से होने वाले इन फायदेमंद उपाय

hहम घरो में अक्सर ये सुनते है, कि घर के लोग काफी कमाते है, पर फिर भी कुछ बच नहीं पाता. जिस वजह से हम तंगहाल जिंदगी जी रहे है. अब ऐसी स्थिति में हम आपको तुलसी का ऐसे रामबाण उपाय बताने जा रहे है, जिनके प्रयोग से आर्थिक समस्या सम्बन्धी आपकी सारी परेशानियां दूर हो जाएँगी. वैसे हम आपको बता दे कि इस उपाय को करना बहुत ही आसान है.

साथ ही इसका असर भी जल्दी दिखता है. गौरतलब है, कि इस उपाय से घर में पैसो की तंगी तो दूर होती ही है, पर साथ ही घर के लोगों के बीच चल रहे मन मुटाव और झगडे भी खत्म हो जाते है.

तो चलिए आपको बताते है कि तुलसी के वो रामबाण उपाय क्या है.
१.इस उपाय के अनुसार शनिवार को आटा पिसवाने जाते समय थोड़े से गेहूं में 100 ग्राम काले चने, 11 पत्ते तुलसी के और दो दाने केसर के मिला ले. फिर इसको बाकी गेहूं में मिला कर पिसवा ले. इसके इलावा केवल शनिवार को ही आटा पिसवाना चाहिए. इस उपाय को करने के बाद ही आपको इसका असर दिखने लगेगा.
२.आपको बता दे कि शनिवार को सरसो के तेल से चुपड़ी हुई रोटी काले कुत्ते को खिलाने से भी धन में वृद्धि होती है.

३.इसके इलावा शनिवार को पीपल के पेड़ में देसी घी का दीपक जलाने से भी मनोकामनाएं पूर्ण होती है.

४. तुलसी के पौधे पर प्रतिदिन सुबह शाम दीपक जलाने से भी व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूरी होती है.

Wednesday, April 12, 2017

Family Planing – अगर आप चाहते है कि आपका बच्चा intelligent हो तो अपनाए ये तरीका


   
मित्रो हमारे बच्चे स्‍वस्थ हों, तन्दरुस्त हों, मेधावी हों, उनके जीवन मे इंटेलिजेन्सी हमेशा हो, | Q अच्छा रहे, समाज का काम करें. किसी भी माँ या पिता को अपने जीवन मे सबसे अच्छा बच्चा चाहिए तो उनका नियोजन करना पड़ेगा. बिना नियोजन के बच्चे दाऊद इब्राहिम होते हैं. माता बहन को पीटते हैं. हम हर चीज़ के लिए नियोजन करते हैं, घर बनाने के लिए, आदि, ऐसे ही बच्चे के लिए भी नियोजन

– नियोजन मे क्या करना होगा? सबसे पहला नियोजन संयम पालना पड़ेगा. ज़्यादा समय ब्रह्मचर्या का पालन करना. स्त्री के लिए संयम रखना बहुत सरल है, पुरुषों के लिए कठिन है. साल मे एक या 2 बार ही संसर्ग करें, या फिर महीने मे बस एक बार ही पत्नी के साथ समागम हो. इसके लिए संकल्प मजबूत रहना चाहिए, और वो मजबूत करने के लिए अदरक काम आएगा, अदरक मुँह मे रख कर चूसते रहें. ये अदरक हर तरह का संकल्प मजबूत करने मे सहायता करता है.

2. नियमित रूप से जीवन मे चूना का सेवन करना, दोनो स्त्री पुरुष चूना खाएँ.
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– चूना 1 व्यक्ति दिन मे बस 1 ग्राम तक ही खाए, दूध छोड़ कर किसी भी तरल पदार्थ मे घोल कर पीना है, पान वाला चूना. जैसे पानी, दही, जूस दाल आदि.
नोट: पथरी के रोगी के लिए चूना वर्जित है.

3. ख़ान पान का ध्यान रखना.
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– राणा प्रताप, शिवा जी जैसे बच्चे चाहिए तो सात्विक भोजन करें स्त्री पुरुष. माँस, मछ्ली, अंडा, शराब सिगरेट सब वर्जित. शाकाहारी जीवन.
– शाकाहारी भोजन मे कुछ चीज़ें अवश्य हों, जैसे देशी गाय का दूध, दही, मक्खन, घी, ये सब अधिक उपयोग करना. मक्खन के साथ मिश्री ज़रूर खाएँ नियमित रूप से. मात्रा: 25 ग्राम मक्खन के साथ 10 ग्राम मिश्री.
– तिल, मूँग की दाल, मसूर की दाल, सीज़न वाले फल, जैसे गर्मी मे आम. नियमित रूप से खाना है ये सब
– फल कभी भी भोजन के साथ नही खाना अलग से खाना फल. खाने के 2-3 घंटे बाद फल खाना, या फिर सुबहा फल का ही नाश्ता करें, रात मे फल नही खाना.

4. शारीरिक श्रम नियमित रूप से करें दोनो पति पत्नी.
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– शारीरिक श्रम करें दोनो पति पत्नी. महिलाएँ ऐसा श्रम करें जिसमे गर्भाशय का मूव्मेंट हो. चटनी बनाना, कपड़े धोना, रोटी बनाना, ये सब काम हाथ से ही करें. चाकी चलाना सबसे अच्छा है, दिन मे बस 15 मिनिट. सबसे अच्छी संतान होगी.
– पुरुषों के लिए शरीर श्रम: नागर चलाना, नागार नही चला सकते तो, सीढ़ियाँ चढ़ना और उतरना. या फिर ज़्यादा पैदल चलना.

5. संतान का रंग साफ पाने के लिए.
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– वैसे तो व्यक्ति को उसके कर्मो से जानना चाहिए रंग रूप से नहीं !फिर भी जो लोग अपनी संतान का रंग साफ चाहते हैं, वो दोनो पति पत्नी हल्दी का दूध पीएँ, रात्रि को दूध मे हल्दी मिला कर पीएँ, संतान का रंग दोनो माता पिता से साफ हो
6. संतान खूब तेज बुद्धि वाली हो इसके लिए:
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– दही चूना मिला कर खाते रहना; देशी गाय का दूध लो, उसका दही जमाना चाँदी के बर्तन मे सुबह खाली पेट उसमे चूना मिला कर खाना, दोनो पति पत्नी. चूना वैसे ही लेना है प्रति व्यक्ति 1 ग्राम या गेहू के 1 दाने के बराबर. नोट: पथरी के रोगियों के लिए चूना वर्जित है ध्यान रहे.

7. तेजस्वी संताप प्राप्ति हेतु समागम करने के लिए आदर्श दिन:
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– पत्नी का मासिक शुरू होने वाले दिन से 10 दिन बाद और 18 दिन पहले, इस बीच का जो 7 दिन है वो संतान प्राप्ति के लिए सबसे अच्छा समय है. तेजस्वी और गुणी संतान होगी.
– इसमे 2 तरह के दिन आएँगे सम और विशॅम; जैसे 10 सम, 11 विषम, 12 सम, 13 विषम…. आदि; यदि सम दिन मे समागम करेंगे तो 99% पुत्र होगा, और विषम वाले दिन संसर्ग करेंगे तो पुत्री होगी. महिलाओं मे X और X गुण सूत्र होते हैं, और पुरुषों मे X और Y होते हैं, सम वाले दिन, Y अधिक सक्रिय हो जाता है, तब Y और X मिल कर पुत्र होते हैं, विषम दिन X सक्रिय होता है तो X और X मिल कर पुत्री होती है.
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8. शुकलपक्ष के दिनो मे समागम करने से पुत्र या पुत्री 99% प्रतापी, तेजस्वी, लड़ने भिड़ने वाले होंगे, कृष्नपक्ष मे अच्छे साहित्यकार, वैग्यानिक, डॉक्टर्स, इंजिनीयर्स, सीए होंगे.
– छत्रपति शिवाजी, राणा प्रताप, भगत सिंग, उधम सिंग, आज़ाद. ये सब शुकलपक्ष वाले हैं. शुकलपक्ष माने चंद्रमा लगातार बढ़ता हुआ होता है.
– न्यूटेन, गगदीश चंद्रा खुराना, जगदीश चंद्र बोस आदि, सब कृष्नपक्ष वाले हैं.

– चंद्रमा के शरीर पर पड़ने वाली ऊर्जा का सब चक्कर है, आप जानते हैं कृष्णपाक्ष मे चंद्रमा नही होता और शुकलपक्ष मे चंद्रमा बहुत तीव्र होता है. चंद्रमा का प्रकाश अपना नही है. वो सूर्य से आता है, शुकलपक्ष मे सूर्य की तीव्रता है, तो सूर्य का तेज आता है संतानों मे.
– कृष्णपाक्ष मे सूर्य का प्रताप नही है तो वो दिमाग़ वाली संतान होंगी.

– अगर आप 2 बच्चे कर रहे हैं तो इस प्रकार नियोजन करें की एक संतान शुकलपक्ष की और एक संतान कृष्णपाक्ष की.

9. मंदबुद्धि बच्चे कहाँ से आते हैं?
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– ये बच्चे उन माता पिता के हैं जिनके शरीर मे कॅल्षियम बहुत कम है. इनके बच्चे मतिमन्द होने ही वाले हैं, विकलांग होने ही वाले हैं. कॅल्षियम का टेस्ट होता है, पेतॉलजी मे हो जाएगा. सस्ते मे हो जाता है कॅल्षियम टेस्ट शरीर का. चुना कैल्शियम का सबसे अच्छा स्त्रोत है !

– महाराष्ट्र मे कोंकण बेल्ट के बच्चे खूब तेज बुद्धि वाले होते हैं, उनकी आँखे भी दुनिया मे सबसे सुंदर होती हैं. आई क्यू सबसे अधिक होता है उनका, वहाँ की मिट्टी लाल है, हर अनाज और फल मे कॅल्षियम और आइरन अधिक होता है. लाल मिट्टी मे भरपूर कॅल्षियम और आइरन है.

गर्भवती माता को आध्यात्मिक,ज्ञान वाली किताबें पढ़नी चाहिए ! बच्चा का उस पर प्रभाव होता है ! कहा जाता है अर्जुन पुत्र अभिमन्यु ने गर्भ मे चक्रव्यू भेदने की विधि सीखी थी !!

– नाड़ी और गोत्र का मिलान होता है ताकि ‘डी एन ए’ एक ना हो. प्रेम विवाह भी करें तो इन बातों का ध्यान रखें, नही तो प्रेम छूट जाएगा और विवाह घिसट घिसट कर चलेगा. डोपमाइन केमिकल के प्रभाव से प्रेम भाव उत्पन्न होता है, वो शीघ्र ही समाप्त हो जाता है.

10. पति पत्नी का ब्लड ग्रूप अलग रहे तो अच्छा.

11. पति पत्नी सर्वदा दक्षिण दिशा मे सिर करके सोएँ.

12. यदि गर्भाधान हो गया तो अब क्या करें? उपरोक्त जानकारी के बिना | ऐसे मे हमे उत्तम संतान प्राप्त हो इसके लिए क्या करें?

– माता का भोजन अच्छा होते ही जाना चाहिए. दूध, ताक, दही, मक्खन, लोनी, छ्छाच्छ भरपूर खाना है. याद रखिए, देशी गोमता का ही. घबराएँ नही वजन नही बढ़ेगा.
– भरपूर कॅल्षियम आपके शरीर मे रहे, मतलब चूना बराबर खाते रहना, केला, मूँगफली दाना, तिल. इन चीज़ों मे भरपूर कॅल्षियम है.

– समय से भोजन समय से आराम. लंच करिए 10 बजे भरपेट, डिन्नर शाम 5-6 बजे, बीच मे भूख लगे तो जूस, फल, मूँगफली दाना, गुड, तिल पट्टी, दही खाना. सुबह शाम भोजन भरपेट.

– पहले महीने से सातवे महीने तक थोड़ा थोड़ा श्रम करते रहें, जाता चलाना, चटनी बनाना, कपड़े धोना, झाड़ू पोंच्छा, सब हाथ से करें, मशीन से नही.

– पहले दिन से 9 महीने, 9 दिन, 9 घंटे तक गर्भवती माता को कोई मानसिक तनाव नही देना नही तो दुष्परिणाम 10 गुना तक बच्चे को मिलेगा.

– गर्भवती माता को जो जो पसंद नही है वो उतने दीनो तक घर मे नही होना चाहिए.
– यदि इन बातों का ध्यान नही दिया तो बच्चा बाहर आकर जिंदगी भर आपको त्रास देगा.

– सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का असर गर्भवती महिला पर होता है, सूर्य ग्रहण बच्चे के लिए बड़ा तकलीफ़ वाला होता है, चंद्र ग्रहण उतना नही होता. सूर्य ग्रहण मे ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ होता है, तो ऐसे मे माता को आराम करना चाहिए और बाहर नही निकलना चाहिए.

नसों में जकडन और Paralysis का उपचार ! इससे सस्ता और फायदेमंद कही नहीं मिलेगा

नसों में जकडन और पक्षाघात या Paralysis में एक दावा का नाम है Rhustox और इसकी पोटेंसी है 30 । जिस दिन पक्षाघात आता है रोगी को 15 -15 मिनट पर तीन बार दो दो बूंद मुह में दे और इसी Rhustox 30 को लगातार करते हुए रोज सुबह, दोपहर, शाम ऐसे देते जाना एक महीने तक तो वो ठीक हो जायेगा कोई कोई रोगी तो 15-20 दिन में ठीक हो जाते है । इसमें एक और दावा है Causticum 1M , जिस दिन Rhustox 30 दिया दुसरे दिन Causticum 1M को दो दो बूंद तीन बार दे और Causticum 1M को Rhustox 30 के आधे घंटे बाद देना है । ये Rhustox 30 रोज की दवाई है पर Causticum 1M हफ्ते में एक दिन दो दो बूंद(तीन टाइम सुबह, दोपहर शाम) बार देनी चाहिए । ऐसे करके पक्षाघात के रोगी को दावा देंगे तो कोई एक महीने में ठीक हो जायेगा कोई 15-20 दिन में ठीक हो जायेगा किसी को 15 दिन लगेगा और ज्यादातर दो महिना से जादा नही लगेगा ठीक होने में । अगर किसी को Paralysis आने के 15 या एक महीने बाद से दावा दिया जाये तो वो रोगी तीन महीने में ठीक हो जाते है, तीन महिने से ज्यादा समय नही लगता ।

रोगी को चाय कोफ़ी जैसी गलत नशा छोड़ना होगा और शाकाहारी भोजन करना होगा । माधव भाई ने हजारो लोगों का चिकित्सा किया और आप को ये दावा 10 से 20 रूपए में मिल जाएगी । रोगी को ठीक करने में दावा का खर्च 50 रूपए से ज्यादा खर्च नही होगा