Tuesday, June 28, 2016

बिच्छु काटने पर तुरंत आराम के लिए 4 रामबाण उपाय

Home remedy for scorpion bite
गाँवों या शहरो में अक्सर कच्ची जगह या बरसात में घर में बिच्छू निकल आते हैं, अगर ये काट ले तो भयंकर पीड़ा होती है, और इनके ज़हर चढ़ने का भी खतरा रहता है, ऐसे में ये रामबाण उपाय सिर्फ 2 मिनट में ज़हर को उतार देगा और दर्द शांत कर देगा. आइये जाने इस रामबाण उपचार को.

1. बिच्छू के काटने पर रामबाण फिटकरी का प्रयोग.
फिटकरी को किसी साफ़ किये हुए पथर पर, थोड़ा सा पानी डाल कर चंदन की तरह घिसें। फिर जहां पर बिच्छु ने काटा हो वहां पर इस फिटकरी का लेप लगाकर, आग से थोड़ा सेंके। कैसा भी जहरीला बिच्छु का काटा क्यों न हो, इस फिटकरी के प्रयोग से जहर सिर्फ दो ही मिनट में उतर  जाता है।
फिटकरी को चिमटी से पकड़ कर थोडा गर्म कर लीजिये, जैसे ही फिटकरी पिघलने लगे तो फिटकरी को बिच्छू के काटे हुए स्थान पर लगा दीजिये, फिटकरी तुरंत वहां चिपक जाएगी, और पूरा ज़हर चूस कर अपने आप उतर जाएगी.
2. बिच्छु काटने पर इमली का बीज.
इमली के बीज को साफ़ पत्थर पर घिसे, घिसते घिसते अन्दर का सफ़ेद भाग निकल आएगा तो उसे भी बिच्छु के काटने के स्थान पर लगा देंगे तो यह चिपक जायेगा, जैसे ही नीचे गिरे तो दूसरा बीज घिस कर लगाइए.. इस प्रकार बिच्छु का ज़हर उतर जाता है.

3. बिच्छु काटने पर माचिस का मसाला
बिच्छु के डंक मरने पर माचिस की 5-6 तीलियाँ का मसाला को  उतारकर पानी में घिसकर बिच्छु के डंक लगे स्थान पर लगाने से तत्काल बिच्छु का जहर उतर जाता है। इसे मधुमक्खी व बर्र के काटने पर लगाने से भी जहर फैलता नहीं और तुरन्त आराम मिलता है।

4. बिच्छू काटने पर सेंधा नमक.
बिच्छू के डंक मार जाने पर अगर ज़हर का स्थान ना मिले तो ऐसे में ये उपाय बेहद लाभकारी है. लाहोरी (सेंध नमक) पंद्रह ग्राम और साफ़ पानी 75 ग्राम आपस में मिलकर साफ़ शीशी में भर कर रखे ले. बस दवा तैयार है. बिच्छु काटने पर आँखों में सलाई(सुरमा लगाने वाली) की सहायता से आँखों में एक एक बूँद डाल दीजिये, कुछ ही मिनटों में ज़हर उतर जाएगा. ये प्रयोग अन्य प्रयोगों के साथ भी किया जा सकता है.

उपरोक्त बताये गए सभी नुस्खे कभी विफल नहीं हुए है. ऐसा लेखक का दावा है. इसलिए बिना विलम्ब किये इन नुस्खों को तुरंत आजमाना चाहिए.

बिच्छु काटने पर विशेष
1. उग्र विष वाले बिच्छु जिसकी दुम धरती पर घिसटती चलती है, के काटने पर, अगर किसी ऐसी जगा काटा हो जहां पटी बांध सकें तो बांध दें जैसे की हाथ, पैर या जांघ पर, जहां काटा गया हो वहां से चार ऊँगली ऊपर बांध देना चाहिए। उसके चार ऊँगली ऊपर फिर से बांध दें। ऐसा करने से विष पुरे शरीर में नहीं फैलेगा।

2.यदि डंक दंश स्थान में रह गया हो तो किसी सेफ्टीपिन या चिमटी को आग की लौ में गर्म करने के बाद त्वचा में घुसे हुए डंक को उसकी सहायता से निकाल देना चाहिए और बिना समय नष्ट करें उपरोक्त उपचारों में से एक उपचार कर लेना चाहिए।

3. बारीक़ पिसा हुआ सेंधा नमक को प्याज के टुकड़े से उठाकर दंश-स्थान पर मले, इससे जहर और डंक दोनों दूर होंगे।

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